महिलाओं के लिए बिज़नेस लोन लेने की 16 विभिन्न योजनायें

Last updated 9 Oct 2019 . 1 min read



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सुमन और अनिता रोज़ शाम की तरह आज फिर अपने बच्चों को पार्क में घूमाने पहुंची और बच्चों को खेल में व्यस्त करके साथ वाली बेंच पर बैठ कर अपने-अपने मोबाइल पर देखते हुए अनिता सुमन से बोली, आज कल भारतीय महिला घर की चार दीवारों से बाहर निकल रही है और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम में अपनी पहचान बना रही है। सुमन ने अनिता का समर्थन देते हुए कहा, "मैंने तो ये भी सुना है कि आजकल नौकरी पेशा औरतें भी अपनी हाई प्रोफाइल नौकरियों को छोड़ कर खुद के बिज़नेस करके अपने हुनर और अपने दम पर कुछ करने का आनंद लेना चाहतीं हैं।"

पढ़ी लिखी समझदार औरतें अपने सपनों को सच्चाई में बदलने के लिए स्वयं का स्टार्ट अप खोलना चाहतीं हैं, सुमन ने अनिता को अपने मोबाइल में SHEROES Start-up community दिखाते हुए कहा। सही बात है, अनिता ने चर्चा आगे बढ़ाते हुए कहा, पर व्यवसाय शुरू करने का पहला कदम पूँजी (Mahila Loan Scheme) है, कोई भी काम करने के लिए कुछ पैसा तो लगाना पड़ेगा न। हाँ, बिलकुल पर महिलाओं को उद्यमी बनने के लिए प्रेरित करने के लिए, हमारी सरकार कई योजनाएं लेकर आ रही है जो भारत में महिलाओं के लिए लघु व्यवसाय ऋण प्रदान करती हैं, सुमन ने कहा।

लोन के प्रकार (Types of Loan)

संपार्श्विक या सुरक्षित ऋण एक ऐसी सुविधा है जिसके तहत आप अपनी किसी बहुमूल्य वस्तु जैसे कि आपका वाहन, संपत्ति या सोना आदि के बदले बैंक अथवा किसी रजिस्टर्ड फाइनेंस कंपनी से ऋण ले सकते हैं। ऋण दाता सुरक्षित वस्तु पर एक ग्रहणाधिकार रखता है, जब तक आप ऋण का भुगतान नहीं करते। यदि आप किसी कारण-वश ऋण वापस नहीं कर पाते हैं तो ऋण दाता वह वस्तु बेच सकता है।

दूसरी ओर, गैर-संपार्श्विक ऋण वे ऋण हैं जहां आप संपार्श्विक के बिना पैसा उधार लेते हैं। ब्याज दर अधिक है क्योंकि ऋण दाता को संपार्श्विक के बिना उच्च स्तर के जोखिम का सामना करना पड़ता है। संपार्श्विक के बिना एक व्यवसाय ऋण प्रदान करने और लाखों उद्यमियों को अपना व्यवसाय शुरू करने में मदद करने के लिए, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने CGTMSE योजना शुरू की (Gruh Udhyog Loan)।

सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए सिडबी और भारत सरकार के CGTMSE यानी क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट के तहत ऋण के लिए आवेदन करने के लिए, एक उद्यमी को आवश्यक कर पंजीकरण और अनुमोदन प्राप्त करते समय एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी या LLP को शामिल करने की आवश्यकता होती है। उसके बाद, बाजार विश्लेषण करें और व्यवसाय के सभी विवरणों की रिपोर्ट करते हुए एक व्यवसाय योजना तैयार करें।

व्यवसाय योजना को उस बैंक में जमा करें जो CGTMSE योजना के तहत ऋण प्रदान करता है और ऋण की मंजूरी के लिए अनुरोध करता है। लोन मंजूर होने के बाद बैंक CGTMSE स्कीम कवर के लिए आवेदन करेगा। CGTMSE संगठन द्वारा अनुमोदन पर, ऋण प्रदान किया जाएगा और उधारकर्ता को CGTMSE गारंटी के साथ-साथ CGTMSE सेवा शुल्क भी देना होगा। आइये जाने बिज़नेस लोन कैसे मिलता है व ऑनलाइन आवेदन कैसे करे?

विभिन्न बैंकों के स्तर पर महिलाओं के लिए बिज़नेस लोन (Business Loand for Women in Hindi)

#1. देना शक्ति योजना (Dena Bank Loan)

कृषि, विनिर्माण और अन्य छोटे व्यवसायों के क्षेत्र में महिला उद्यमियों को सहायता के लिए यह योजना ख़ासतौर पर महिला उद्यमियों के लिए देना बैंक की ओर से उपहार की तरह है। इस योजना के तहत महिलाएं खेती, उत्पादन, रीटेल स्टोर व लघु उद्योग के लिए लोन ले सकती हैं। इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को करीब 0.25% तक की ब्याज दर में छूट मिलती है।

#2. उद्योगिनी योजना

उद्योगिनी योजना पंजाब और सिंध बैंक की योजना है जिसके तहत महिलाओं को किसी रजिस्टर्ड कारोबार के लिए कम ब्याज दर में लोन मिल जाता है और नियम-शर्तों में भी काफ़ी छूट मिलती है।

#3. सेंट कल्याणी योजना

सरकार द्वारा जारी कार्यक्रमों, ग्रामीण इलाकों में कुटीर उद्योग, कृषि उद्योग, हैंडलूम-हैंडीक्राफ्ट, ब्यूटीपार्लर, डे केयर सेंटर, रीटेल व्यवसाय से जुड़ी महिलाओं को आसानी से लोन देने के लिए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की सेंट कल्याणी योजना अपने निर्धारित मार्केट रेट और हर क्षेत्र के लिए अलग ब्याज दर के साथ आपका स्वागत करती है।

#4. महिला उद्यमी निधि योजना

लघु उद्योग को बढ़ावा देने वाला यह लोन पंजाब नेशनल बैंक द्वारा दिया जाता है, जिसके तहत आपको 10 लाख तक का लोन 10 साल की लंबी अवधि के लिए है। अन्य योजनाओं की तरह इसका ब्याज दर भी मार्केट रेट पर आधारित होता है, जो समय-समय पर बदलती रहती है। प्री-स्कूल या डे-केयर सेंटर ब्यूटीपार्लर, ऑटोरिक्शा, टू व्हीलर या कार के लिए स्पेशल लोन सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं। महिला उद्यमी निधि योजना के अलावा पंजाब नेशनल बैंक महिला समृद्धि योजना भी आपके सिद्ध होंगे।

#5. ब्यूटी सैलून खोलने के लिए बिज़नेस लोन

पंजाब नेशनल बैंक भारतीय महिलाओ के लिए अपना ब्यूटी सैलून स्थापित करने हेतु विशेष योजना पेश की है। इस ऋण में सभी पहलुओं को शामिल किया गया है - निर्माण, खरीद, उपकरण और सैलून की दिन भर की आवश्यकताओं के लिए आर्थिक मदद दी जाती है। महिलाओं के लिए यह व्यवसाय ऋण CGTMSE योजना के तहत ब्याज दर 12% में 20 से 60 वर्ष की महिलाओं के लिए उपलब्ध है। आप इस ऋण को 7 साल के भीतर चुका सकतीं है।

इनके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा की अक्षय महिला आर्थिक सहायक योजना और ओरिएंटल बैंक व भारतीय महिला बैंक द्वारा भी लोन योजनाएं जारी की गयी हैं।

#6. अन्नपूर्णा योजना

अगर आप खाना बनाने में रुचि रखतीं हैं और फूड केटरिंग क्षेत्र को ही अपना व्यवसाय बनाना चाहतीं हैं तो इस योजना के तहत आप जैसी महिलाओं को लोन दिया जाता है। इसमें अधिकतम 50 हज़ार तक का लोन मिलता है जिसकी समयावधि तीन साल है। इसमें आपको गारंटर और collateral security की आवश्यकता पड़ती है। ब्याज दर मार्केट रेट के अनुसार ही रहती है।

#7. स्त्री शक्ति पैकेज

यदि आप पहले से ही किसी कारोबार से जुड़ी हैं और आपको आर्थिक सहायता की आवश्यकता है तो यह पैकेज आप जैसी महिलाओं के लिए बहुत सहायक साबित होगी। यदि आप किसी फर्म या बिज़नेस में 50% मालिकाना हक़ रखती हैं और आप 2 लाख से अधिक लोन लेती हैं तो मौजूदा ब्याज दर में आपको 0.5% की छूट दी जाती है। ख्याल रहे, राज्य स्तर की एंटरप्रेनरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम्स में हिस्सा लेने वाली महिलाएं ही इस लोन के लिए आवेदन कर सकती हैं।

#8. लघु उद्यमी क्रेडिट कार्ड

व्यापारियों को बैंकों से जोड़ने के सभी बैंक आये दिन कुछ न कुछ नया लेकर आता रहता है। ऐसे में कई बैंक लघु उद्यमी क्रेडिट कार्ड लेकर आए हैं। इसकी मदद से बिज़नेस की शुरुआत को और भी आसान बनाया जा सकता है। आप भी अपनी सहूलियत के मुताबिक़ अपने नज़दीकी बैंक से क्रेडिट कार्ड ले सकती हैं।

#9. प्रधानमंत्री रोज़गार योजना

भारत में महिलाओं के लिए छोटे व्यवसाय ऋण की पेशकश करने वाली इन सहायक योजनाओं के अलावा, एमएसएमई के लिए कई सरकारी योजनाएँ हैं जो विशेष प्रोत्साहन के साथ-साथ महिला उद्यमियों के लिए रियायतें प्रदान करती हैं। MSME का MSE क्लस्टर डेवलपमेंट प्रोग्राम भी इसी आधार पर काम करता है। MSME के ​​मंत्रालय का योगदान आम तौर पर कुल परियोजना के 30-80% के बीच होता है। हालांकि, महिलाओं के स्वामित्व वाले व्यवसायों के मामले में MSME का योगदान 90% तक हो सकता है।

मोदी सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण पर बहुत ध्यान केंद्रित किया गया है। महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए कई तरह की योजनाएँ बनाई जा रही हैं। आज की पढ़ी लिखी स्वछन्द ख्यालात की महिलायें न सिर्फ घर संभालने की काबिलियत रखती हैं बल्कि चाहे कारोबार हो या नौकरी, हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। जैसा कि प्रत्यक्ष देखा जा सकता है कि हर क्षेत्र में महिलाओं का झंडा बुलंद हो रहा है।

महिला कारोबारियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, इसलिए सरकार का भी प्रयास है कि अधिक से अधिक महिलाएं स्वावलंबी बने। यूँ तो प्राइवेट लोन कंपनियां भी महिलाओं के लिए विशेष लोन की स्कीम निकालती रहती हैं, पर वर्तमान में मोदी सरकार द्वारा कुछ ऐसी योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनमें महिला कारोबारियों को बिज़नेस लोन (government loans for women) बहुत आसानी से और बेहद कम शर्तों पर प्रदान किया जाता है। ये योजनाएँ कुछ इस तरह हैं:

#10. मुद्रा योजना में बिज़नेस लोन:

केंद्र सरकार के लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारत में अधिक से अधिक उद्योग शुरू करना और पुराने उद्योगों को बढ़ावा देना है। सरकार ने महिलाओं के लिए एक ब्यूटी पार्लर, टेलरिंग यूनिट और अन्य छोटे व्यवसाय शुरू करने में मदद के लिए मुद्रा योजना बनाई है। वर्तमान में चल रही मुद्रा योजना के तहत महिलाओं को 50 हजार से लेकर 10 लाख तक का बिज़नेस लोन बिना कुछ गिरवी के दिया जाता है। मुद्रा योजना में दी जाने वाली लोन की राशि को बढ़ाने पर विचार भी किया जा सकता है। इस तरह आवश्यकता के अनुसार लोन की रकम को बढ़ा कर 20 लाख तक किये जाने की संभावना है। मुद्रा योजना द्वारा 3 प्रकार का बिज़नेस लोन प्रदान किया जाता हैं:

  • शिशु लोन योजना- इस योजना में लाभार्थी को 50 हजार तक का बिज़नेस लोन दिया जाता है।

  • किशोर लोन योजना- किशोर लोन योजना में महिला कारोबारियों को 50 हजार से 5 लाख तक बिज़नेस लोन दिया जाता है।

  • तरुण लोन योजना- तरुण लोन योजना में महिला कारोबारियों को 5 लाख से 10 लाख तक का बिज़नेस लोन दिया जाता है।

#11. महिला स्वयं-सहायता समूह योजना

महिला स्वयं सहायता समूह योजना जिला स्तर की योजना है। इस योजना के तहत प्रत्येक स्वयं-सहायता समूह की एक महिला सदस्य को मुद्रा योजना के तहत एक लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है। सरकार इस योजना बैंक खाता धारक प्रत्येक महिला सदस्य को 5 हजार रुपये ओवर ड्राफ्ट की सुविधा मिलेगी। इस योजना का लक्ष्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भूमिका बढ़ाना और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है।

#12. महिलाओं के लिए वैभव लक्ष्मी योजना

बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा यह योजना शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को व्यक्तिगत और बिज़नेस के लिए लोन दिया जाता है। वैभव लक्ष्मी योजना से लोन लेने के लिए एक गारंटर की आवश्यकता होती है। कारोबार के लिए लोन प्राप्त करने के लिए आपको अपने कारोबार की प्रोजेक्ट रिपोर्ट बैंक में जमा करनी होती है। अगर बैंक महिला के प्रोजेक्ट से सहमत हुआ तो महिला कारोबारी को एक गारंटर पर लोन मिल सकता है। इस योजना में खास बात यह है कि इसकी मदद से महिलाएं घर के सामान भी ले सकती हैं।

#13. वी शक्ति योजना

विजया बैंक द्वारा संचालित यह योजना भी भारतीय महिलाओं को आर्थिक सहायता देने के लिए चलाई जा रही है। इस योजना के तहत बिज़नेस लोन लेने के लिए महिलाओं का बैंक खाता विजया बैंक में होना आवश्यक है। इस वी योजना में 18 साल या उससे अधिक उम्र की महिलाएं आसानी से लोन के लिए अर्ज़ी लगा सकतीं हैं। इस स्कीम के तहत लोन लेकर महिलाएं टेलरिंग, कैटरिंग, कैंटीन, अचार व मसाला बनाने जैसी चीज़ों के उत्पादन का कारोबार शुरू कर सकती है।

#14. सिंड महिला शक्ति योजना

इसे सिंडीकेट बैंक ने सिंड महिला शक्ति के नाम से महिलाओं के लिए खास योजना संचालित कर रखी है। इस योजना के तहत हर साल करीब 20 हजार महिलाएं बिज़नेस लोन प्राप्त कर रही हैं। इसके तहत बैंक पांच करोड़ का लोन कम इंटरेस्ट रेट पर देता है। इतना ही नहीं महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए इस लोन के साथ ही बैंक क्रेडिट कार्ड की भी सुविधा दी जाती है। यह लोन 7 से 10 साल के लिए लिया जा सकता है।

#15. संपत्ति खिलाफ व्यवसाय ऋण

महिला उद्यमियों के लिए, भारतीय बैंक महिलाओं को संपत्ति के खिलाफ ऋण का लाभ भी उपलब्ध कराती है। यह ऋण 21 से 70 वर्षीय महिलाओं के लिए आसानी से उपलब्ध है। व्यवसाय के प्रकार के आधार पर ऋण न्यूनतम 5 लाख से 10 करोड़ तक का ऋण ब्याज दर 12.75% पर प्राप्त किया जा सकता है। इसे 7 वर्ष के कार्यकाल में चुकाया जा सकता है।

#16. व्यावसायिक ऋण के लिए शक्ति परियोजना

भारतीय स्टेट बैंक और अन्य संबद्ध बैंक भारत में महिलाओं के लिए व्यवसाय ऋण प्रदान करते हैं। महिलाओं द्वारा प्रबंधित लघु-स्तरीय इकाइयाँ जिनकी इक्विटी का 51% से कम हिस्सेदारी है, पात्र हैं। बिना किसी जमानत के महिलाओं के लिए ब्याज 0.5% कम है।

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Ramandeep
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