नौकरी व करियर में क्या अंतर है?

Last updated 8 Jul 2022 . 1 min read



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हब हमारे सामने नौकरी और करियर (Job and career difference in Hindi) नाम के दो शब्द रखे जाते हैं तब अक्सर ही हम इन दिनों में अंतर नही कर पाते और दोनों को एक दूसरे का पर्यायवाची ठहरा देते हैं। हम मानने लगते हैं कि जो नौकरी हम कर रहे हैं वही हमारा करियर हैं या जो करियर हम बना रहे हैं वह हमारी नौकरी ही हैं। यदि आपोका भी नौकरी और करियर को लेकर मन (Job or career difference) में यही ख्याल हैं आज से ही इस बात को अपने मन से निकाल दे कि यह दोनों समान होते हैं।

दरअसल दोनों के बीच एक बहुत बड़ा अंतर होता (Career and job difference in Hindi) हैं जिसका जानना आपके लिए आवश्यक नही अपितु अति आवश्यक हैं क्योंकि इसी पर आपका भविष्य निर्भर करता हैं। आप अपने जीवन में क्या बनते हैं या क्या राप्त करते हैं इत्यादि सभी इन्ही दो कारकों पर निर्भर करता हैं। तो चलिए जानते हैं कि नौकरी वव करियर में क्या अंतर हैं।

नौकरी व करियर में अंतर (Job and career difference in Hindi)

नौकरी व करियर में अंतर को जानने से पहले आपको इन दोनों की परिभाषा को अच्छे से जानना होगा तभी आप दोनों के बीच अंतर को पहचान सकते हैं। आइए जाने कि नौकरी की परिभाषा क्या हैं और करियर की क्या।

नौकरी की परिभाषा (Naukri meaning in Hindi)

हम सभी अपने जीवन में पैसे कमाने के लिए नौकरी करते हैं ताकि अपना व अपने परिवार का भरण पोषण किया जा सके तथा सभी की अन्य जरूरतों को पूरा किया जा सके। इन आवश्यकताओं में आती हैं:

  • हर दिन का खानपान

  • रहने के लिए जगह

  • पहनने के लिए कपड़े

  • बच्चों की पढ़ाई

  • यात्रा का खर्चा

  • अन्य विलासिता की सुविधाएँ

  • कोई पार्टी में आना जाना

  • किसी उत्सव का आयोजन

  • चिकित्सा का खर्चा इत्यादि।

यह सब चीज़े हमे प्रतिदिन ही देखनी पड़ती हैं और इन सभी के लिए जो चीज़ चाहिए होती हैं वह होती हैं पैसा या धन। यह धन आता हैं काम करके। अब वह काम चाहे व्यापार के रूप में हो या किसी के यहाँ नौकरी करके। पहले नौकरी के नाम पर बस एक ही नौकरी हुआ करती थी और वह थी सरकारी नौकरी। इसके अलावा आप किसी व्यक्ति के घर या दुकान में एक सेवक रूप में कार्य करते थे। आज इसमें निजी नौकरी भी जुड़ गयी हैं। आइए उसके बारे में भी जाने।

  • सरकारी नौकरी: किसी दश की सरकार के द्वारा उनके अधीन आने वाली संस्थाओं, योजनाओं, सेवाओं, कार्यक्रमों, सुरक्षा, वित्तीय इत्यादि सुविधाओं के संचालन के ;लिए कुछ व्यक्तियों को काम पर रखा जाता हैं। इन कामों के लिए जिन व्यक्तियों का चयन किया जाता हैं उन्हें मिली नौकरी को सरकारी नौकरी में सम्मिलित किया जाता हैं। इसके लिए सरकार उन्हें हर महीने एक निश्चित वेतन का भुगतान करती हैं।

  • निजी नौकरी: किसी निजी संस्था, कंपनी, उत्पादक, सेवा प्रदाता, फर्म इत्यादि के द्वारा अपनी कंपनी के संचालन के लिए कुछ व्यक्तियों को काम पर रखा जाता हैं जिनका उत्तरदायित्व वहां हो रहे काम को आगे बढ़ाना और उसे एक अलग स्तर पर ले जाना होता हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि उस संस्था के मालिक की सहायता करने और कंपनी को तेज गति से आगे बढ़ाने में सहायक लोगों को उस कंपनी के निजी कर्मचारी कहा जाएगा। इसके बदले उस कंपनी का मालिक अपने कर्मचारियों को उनके काम का वेतन देता हैं।

  • सेवक या नौकर: यह सरकारी व निजी दोनों हो सकती हैं। सरकारी नौकरी में इसे समूह द की नौकरी कहा जाएगा अर्थात निम्न श्रेणी की। इसमें वे लोग आते हैं जिनका कार्य निचले स्तर पर रहकर चीज़ों की साफ-सफाई करना, शारीरिक कार्य अधिक करना, मजदूरी करना, लोगों के घरों में काम करना इत्यादि सम्मिलित होते हैं। इसके लिए भी संबंधित व्यक्ति उन्हें उनके कार्य का भुगतान करते हैं जो मासिक या दैनिक रूप में हो सकता हैं।

हमे आशा हैं कि आपको नौकरी के बारे में जानकारी हो गयी होगी कि वह क्या होती हैं। अंत में नौकरी की परिभाषा को पुनः परिभाषित करते हुए एक ऐसा काम जो हम दूसरों के लिए करते हैं और उसके बदले वह व्यक्ति एक निश्चित वेतन या कोई चीज़ हमे देकर उस कार्य का भुगतान करता हैं। मूलतः यह वास्तु का आदान प्रदान ना होकर, हमारे द्वारा उस व्यक्ति को दी गयी सेवा का मूल्य होता हैं।

करियर की परिभाषा (Career meaning in Hindi)

अब जब आपने नौकरी के बारे में अच्छे से जान लिया हैं तो करियर को जानना भी जरुरी हैं। दरअसल करियर वह होता हैं जो आपकी नौकरी को भी अपने अंदर समेत लेता हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि आपकी नौकरी आपके करियर का एक भाग होती हैं।

करियर में आपके संपूर्ण जीवन को लिया जाएगा। यह करियर पूर्णतः आपके ऊपर निभर करता हैं। आप चाहे तो अपने करियर को बढ़ा सकते हैं और कम भी कर सकते हैं। एक नौकरी को पाना या उसे छोड़ देना या फ्री बैठे रहना इत्यादि सभी आपके करियर के अंतर्गत आते हैं। आइए इसे और सरल भाषा में कुछ चीज़ों में तोड़कर जाने।

  • फ्री बैठे रहना: यदि आप अपने जीवन के किसी काल में कुछ नही कर रहे हैं और फ्री बैठे हैं तो आपका करियर रुक गया हैं लेकिन इसका अर्थ यह नही कि यह समाप्त हो गया है। आपका करियर तभी समाप्त होगा जब आप मृत्यु को प्राप्त कर लेंगे।

  • नौकरी करना: जब आप किसी के यहाँ नौकरी कर रहे हैं तो इसका मतलब आप ओनी आय के लिए कुछ कर रहे हैं। इस समय जिसके यहाँ आप नौकरी कर रहे हैं, क्या नौकरी कर रहे हैं, वहां आपकी आय क्या हैं, उसमे आप क्या नया सीख रहे हैं इत्यादि सभी चीज़े करियर के अंतर्गत आएँगी।

  • नौकरी बदलना: नौकरी बदलना और किसी नयी नौकरी को पाना भी करियर के अंदर आता हैं। इसमें आपी जी नयी नौकरी लगी हैं वह पहली वाली से कितनी अलग हैं, वहां आपको क्या कुछ नया सीखने को मिलेगा, आपने कितनी उन्नति की और अब आप कितना वेतन लेंगे इत्यादि सभी चीज़े करियर के नौकरी बदलने के अंतर्गत आएँगी।

  • स्वयं का कुछ खोलना: जब आप नौकरी छोड़कर अपना स्वयं का बिज़नेस खोलेंगे या कुछ करेंगे तो वह भी आपके करियर के अंतर्गत आएगा जिसे उद्यमी कहा जाएगा। इसमें आप क्या चीज़ कर रहे हैं, उसमे आपका कितना समय जा रहा हैं, आप किस तरह से लोगों को सेवा पहुंचा रहे हैं और उसमे आपका क्या लाभ या हानि हैं इत्यादि सभी आएंगे।

  • कुछ नया सीखना: यदि आप अपने भविष्य को सुगम व अच्छा बनाने के लिए कुछ नया सीखते हैं ताकि आगे आपको और बेहतर कार्य मिल सके जिससे कि आप ज्यादा पैसा कमाने लगे तो यह भी करियर के अंतर्गत आएगा।

तो यह थे कुछ पड़ाव जो आपके करियर में आते हैं। इसके अलावा करियर अन्य कई कारकों व चीज़ों पर निर्भर करता हैं जो व्यक्ति के जीवन, वहां की भौगोलिक स्थिति, पारिवारिक सरंचना, धर्म व जाति, सामाजिक व्यवस्था, प्राकृतिक आपदा या मानवीय संकट इत्यादि पर निर्भर होता हैं।

नौकरी व करियर में अंतर (Career and job difference in Hindi)

अब जब आपने दोनों की परिभाषा को अच्छे से जान लिया हैं और समझ भी लिया हैं तो दोनों के बीच अंतर को पहचानना भी अति आवश्यक हैं। आइए जाने करियर व नौकरी के बीच के अंतर को।

  • नौकरी करियर के एक भाग या हिस्सा होती हैं जबकि करियर अपने आप में पूर्ण हैं।

  • नौकरी को छोड़ा जा सकता हैं या समाप्त किया जा सकता हैं लेकिन करियर पर कुछ समय के लिए ब्रेक लगा जा सकता हैं लेकिन इसे समाप्त नही किया जा सकता।

  • नौकरी आप पैसे कमाने के लिए करते हैं जबकि करियर का पैसों से कोई संबंध नही हैं।

  • नौकरी एक पड़ाव होता हैं जबकि करियर एक निरंतर चलने वाली यात्रा होती हैं।

  • नौकरी में आप किसी दूसरे के अधीन रहकर कार्य करते हैं जबकि करियर के मालिक आप स्वयं होते हैं।

  • नौकरी के लिए आपकी जवाबदेही किसी अन्य के सामने तय होती हैं जबकि करियर कजे लिए केवल आप ही उत्तरदायी होते हैं।

  • आपको कुछ समय के लिए जानने वाले हमेशा आपकी नौकरी के बारे में ही पूछेंगे जबकि आपके परिवार वाले या लंबे समय तक रहने वाले दोस्त आपके करियर को देखेंगे।

  • नौकरी का संबंध केवल आपके वर्तमान काल से हैं जबकि करियर का संबंध तीनों कालों अर्थात भूतकाल, वर्तमान काल व भविष्य काल से हैं।

  • नौकरी को पाया जाता हैं जबकि करियर को संवारा जाता हैं।

तो इन दोनों के बीच के अंतर को देखकर आपको यह तो समझ आ गया होगा कि हर मामले में करियर ही नौकरी से महान होता हैं। ऐसे में यदि आप अपने करियर को बेहतर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अभी से ही प्रयास शुरू कर देने होंगे अन्यथा आप हमेशा सोचते ही रह जाएंगे।

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लविशा बंसल
मैं 10 वर्षों से विभिन्न विषयों पर लिख रही हूँ जिसमें मुख्य महिलाओं तथा स्वास्थ्य से जुड़े विषय होते हैं। राजस्थान की धरती से हूँ और हिंदी भाषा की प्रेमी।


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