क्या संयुक्त परिवार में रहने वाले दंपतियों के लिए सेक्स करना एक समस्या है ?
क्या आप परिवार के साथ सेक्स पे चर्चा (pariwar me sex) को लेकर असमंजस में हैं?
शादीशुदा होने की कल्पना कीजिये। आसान है?
अब अधिकतर भारतीय दंपतियों की तरह एक संयुक्त परिवार में शादी करने की कल्पना भी किजिये। क्या आपने कभी सोचा है कि यदि आप अपने जीवनसाथी के साथ कुछ खास पल बिताना चाहते हैं तो एक संयुक्त परिवार के अंदर आप उसके नजदीक कैसे आयेंगे। कल्पना कर सकते हैं?
निश्चित तौर पर दिन में ऐसा समय भी आयेगा जब आप बिना किसी कारण के अपने पति को गले लगाना चाहेंगी, लेकिन आप ऐसा नहीं कर पायेंगी। कुछ पल वह भी आयेंगे जब आप अपने पति को बेइंतहा चूमना चाहेंगी लेकिन ऐसा करना आपके लिये मुश्किल होगा। या टीवी पर एक रोमांटिक फिल्म देखते समय आप अपने पति का हाथ पकड़ना चाहेंगी लेकिन आप ऐसा नहीं कर पायेंगी। कारण? क्योंकि आप एक संयुक्त परिवार में रहती हैं, इसलिये इतनी व्यक्तिगत स्वतंत्रता पाना (pariwar me sex) आपके लिये बेहद मुश्किल है।
एक ही छत के नीचे एक संयुक्त परिवार में रहना और सब कुछ साझा करने की भारतीय पारिवारिक मान्यता कल्पनाओं में बहुत अच्छी लगती है। लेकिन अपने सास-ससुर, देवर और उनकी पत्नी, उनके बच्चे और कभी-कभी आने वाली ननद के साथ एक ही छत के नीचे रहते हुए अपने पति के साथ रोमांटिक होना आपके लिये मुश्किल हो सकता है। यदि आप एक युवा दंपति हैं जो एक-दूसरे के प्रति अपना प्यार जताना चाहते हैं।
सेक्स की तेज आवाज और संयुक्त परिवार (Pariwar me Sex)
इस समस्या को कैसे हल किया जा सकता है, चटेनपुर दी से पूछें। उन्होंने माना कि, सात साल तक मैंने इस समस्या का सामना किया और आज भी मैं इस बात को दिमाग से नहीं निकाल पायी कि जब हम यौन संबंध बनाते थे तो लोग हमारी बातों को सुन सकते थे। डा. संजय त्रिवेदी इस समस्या से निजात दिलाने का एक सरल और व्यवहारिक उदाहरण देते हैं, यौन संबंध स्थापित करने के दौरान बैकग्राउंड म्युजिक बजाइये ताकि आपकी आवाज और लोगों तक न पहुंच पाये।
संगीता सिन्हा भी यही सुझाव देती हैं कि तेज आवाज में संगीत बजाने से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है, हालांकि उन्होंने यह भी माना कि वह खुद कभी अपने संयुक्त परिवार के साथ नहीं रहीं इसलिये उन्होंने इस समस्या का सामना कभी नहीं किया लेकिन मानती हैं कि यह परेशान करने वाली बात हो सकती है।
भारत में गरीब और उनकी तरह के अन्य समाज के लोगों के पास अपना व्यक्तिगत शयनकक्ष नहीं होता लेकिन उनकी संतानें व्यक्तिगत शयनकक्षों वाले अमीर लोगों की तुलना में अधिक होती हैं। तपन मजूमदार को लगता है, इस वर्ग में सुने जाने का डर बहुत अधिक होता है। उनका मानना है कि जीवन, कला या जो भी ऐसी फिल्मों को कहा जाता है कि नकल नहीं करता और एक अच्छी गुणवत्ता के बंद दरवाजे से हमारे बीच की बातें सुनी नहीं जा सकती।
एक शरारती मुस्कान चेहरे पर लिये वह बताते हैं, यह मेरा अनुभव है कि दरवाजे के दोनों तरफ से ही बातें नहीं सुनी जा सकती। यौन संबंध बनाते हुए हम कोई जघन्य अपराध करने की बात नहीं करते जिसे बेहद चुपचाप किया जाना चाहिये।
हम समय पर वंश बढ़ाने और मनोविनोद की बात कर रहे हैं। मानसिकता के चलते दरवाजे के दूसरी ओर मौजूद लोगों की उत्सुकता, गुदगुदाहट या शर्मिंदगी का कारण बन सकती है। दरवाजे के भीतर मौजूद लोगों के लिये विस्मयकारी शिष्टाचार निभाये जाने की आवश्यकता है। वास्तव में यौन संबंध बनाते हुए कम आवाज होना गहरी और अधिक असली खुशी को जाहिर करता है। आमतौर पर यौन संबंध बनाये जाने के दौरान निकलने वाली चीखें उन नकली भावनाओं का प्रदर्शित करती है जो वास्तव में मौजूद ही नहीं होती। तपन का मानना है, ऐसा करने का इरादा तब करें जब आपके यौन संबंध बनाये जाने के दौरान आपकी बातों को सुनने के लिये कोई मौजूद न हो।
भारत में पुरुषों की स्वास्थ पत्रिका द्वारा किए गए एक हालिया सर्वेक्षण में भी यह पुष्टि हुई है कि अपने माता-पिता और व्यस्क भाई-बहनों के साथ शोरगुल वाले संयुक्त परिवार में रहने के कारण भारतीय दंपतियों को उनकी इच्छानुसार यौन संबंध बनाने के लिये पर्याप्त गोपनीयता नहीं मिलती है।
क्या एक संयुक्त परिवार में यौन संबंध बनाना वास्तव में बड़ा मुश्किल है? हो सकता है कि न हो, केवल वे लोग जिन्हें इस बात का अनुभव हो, वही लोग इस पर सही तरह से निर्णय कर सकते हैं। किन्तु यह उन लोगों के लिये वास्तव में बेहद मुश्किल भरा हो सकता है जो बिस्तर पर तेज आवाज निकालते हुए प्यार करते हैं। एक बात निश्चित मानिये, जोर से चिल्लाना भूल जाएं, यहां तक कि आपकी एक नरम, उत्तेजक आह को भी दीवार के पीछे मौजूद पूरे परिवार द्वारा सुना जा सकता है। इसलिये अगली बार जब वह बेड पर कहे, मेरा नाम पुकारो, तब आप क्या करेंगी। उसे एक नजर से शांत करा सकती हैं?